शांत हुआ पबनावा का प्रेम विवाह कांड
= 03ए, बी व सी
: दलितों का फिर से गांव लौटना शुरू हुआ : दोनों दलों की बैठकों का दौर जारी
संवाद सहयोगी, ढाड : प्रेम विवाह के कारण पबनावा गांव में उठे आग के शोले अब ठंडे पड़ते नजर आ रहे हैं। गांव के सही माहौल को देखते हुए बृहस्पतिवार को बस्ती से पलायन हुए तीन परिवार वापस आ गए हैं, इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल है। दलितों में रोष है कि पुलिस प्रशासन अभी तक घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ नहीं रही है और सहायता व सुविधा मुहैया कराने के नाम पर कोरी घोषणाएं कर रही है।
बसपा प्रदेशाध्यक्ष ने किया बस्ती का दौरा
गुरु रविदास धर्मशाला में बसपा प्रदेशाध्यक्ष नरेश सहारण, उपाध्यक्ष चतर ¨सह कश्यप, सही राम कुरुक्षेत्र संयोजिका शकुंतला भटी, दबलीर भान कैथल, रोहताश रगा कुरुक्षेत्र सहित कई बसपा नेताओं ने दलितों से बातचीत की। दलितों ने शनिवार रात को हुए अचानक हमले व नुकसान के बारे में जानकारी दी। नरेश सहारण ने कहा कि घटना के दो दिन बाद सारे मामले पुलिस प्रशासन को अवगत करवा दिया गया था और आरोपियों को पकड़ने की माग की गई थी लेकिन प्रशासन इस मामले में ढील बरत रहा है। घटना के बारे में पुलिस को सूचित करने के बाद भी देरी करने से साबित होता है कि अगर पुलिस मुस्तैद होती तो उक्त काड न होता। पिछड़े वर्ग के लोग शाति प्रिय लोग है, लेकिन जुल्म सहना भी सबसे बड़ा गुनाह है। उन्होंने कहा कि मामले को सरकार से लेकर प्रशासन तक पूरे जोर-शोर से उठाया जाएगा, अगर सरकार ने कुछ नहीं किया तो बसपा सुप्रीमो को अवगत करवाकर देश की लोकसभा में उठाया जाएगा। सरकार व पुलिस प्रशासन से माग की कि गाव में नियमित रूप से पुलिस चौकी खोली जाए और गाव से पलायन कर चुके लोगों के दिलों से भय व डर निकालकर वापस सम्मान के साथ गाव में लाया जाए। इसके बाद कमेटी के सदस्यों ने प्रदेशाध्यक्ष व अन्य बसपा नेताओं से अलग से वार्ता की।
सर्वजातीय कमेटी पहुंची दलितों के दरबार
बुधवार देर सायं मामले को सुलझाने को लेकर गाव के स्वर्ण समाज द्वारा गठित सर्वजातिय कमेटी के 31 सदस्य बस्ती में पहुंचे। इनमें सरपंच, गाव के सभी पूर्व सरपंच, सभी नंबरदार व गणमान्य लोग शामिल थे। गुरु रविदास धर्मशाला में बैठक आयोजित की गई। इसमें कमेटी के सदस्यों ने बात रखी कि दोनों कमेटी के सदस्य मामले को सुलझाने व वारदात में शामिल दोषियों को सजा दिलवाने व निर्दोषों को छुड़वाने के लिए 10-10 सदस्य दे। स्वणरें ने कहा कि दलितों को गाव में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी और उनकी पूरी सुरक्षा की जाएगी।
दलित कमेटी के सदस्य सुभाष चंद ने कहा कि प्रशासन की तरह से अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है। पुलिस दलितों की सुरक्षा का पूरा इतजाम करने के साथ काम दिलाए और आरोपियों को जल्द पकड़े जाए।
दोबारा हुआ नुकसान का सर्वे
दलितों की माग पर प्रशासन द्वारा हमले में दलितों के हुए नुकसान का दोबारा सर्वे कराया गया। सर्वे टीम में शामिल तहसीलदार, डीडीपीओ नायाब तहसीलदार व दलित कमेटी के सदस्यों की मौजूदगी में 83 घरों व पांच दुकानों में हुए नुकसान व तोड़फोड़ का सर्वे किया गया है। इसमें आठ लाख 20 हजार रुपये का नुकसान दर्शाया गया है। इसकी रिपोर्ट प्रशासन को सौप दी गई है।
दलित हमारे परिवार का हिस्सा: सरपंच
सरपंच हुसन सिंह ने कहा कि कमेटी शुरू से ही मामले को सुलझाने में लगी हुई है और उम्मीद है कि दोनों पक्ष मामले का सुलझा लेंगे। अब लोगों के दिलों में डर भय नहीं है अगर है तो उसको आपसी भाईचारे के तौर पर निकाला जाएगा। दलित हमारे परिवार का हिस्सा है। जो भी घटना हुई है गलत हुई है। भविष्य में इस प्रकार की गाव में घटना नहीं होने दी जाएगी। गाव में पहले की तरह सुख शाति से पहले की तरह रहेगे।
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