लंदन ।। कहा जाता है कि इजिप्ट की महारानी क्लियोपेट्रा अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए गधी के दूध का इस्तेमाल करती थीं। अब वैज्ञानिकों ने भी इसकी उपयोगिता साबित कर दी है। उनका मानना है कि गधी का दूध पीने से वजन कम हो सकता है।
वैज्ञानिक मानते हैं कि गधी का दूध पाने से न सिर्फ वजन असरकारी ढंग से कम होता है बल्कि यह हमारे दिल की रक्षा करने में भी मदद करता है। महारानी विक्टोरिया के समय में गधी के दूध का बहुत इस्तेमाल होता था। इसका कारण यह है कि इसमें फैट का मात्रा कम होती है और गाय के दूध की तुलना में इसमें पोषक तत्वों की संख्या काफी अधिक होती है।
नए रिसर्च ने इस पुरानी मान्यता की पुष्टि कर दी है कि गधी का दूध कई मायनों में गाय और बकरी के दूध से भी अच्छा होता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि गधी का दूध दिल के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 और छह प्रकार के फैटी एसिड पाए जाते हैं। ओमेगा-3 और फैटी एसिड शरीर में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करते हैं।
गुणों के आधार पर गधी का दूध इंसानी दूध जैसा ही होता है। इसलिए जिन बच्चों को सामान्य डेयरी प्रॉडक्टों से एलर्जी होती है, उन्हें गधी के दूध से बनी चीजें दी जा सकती हैं। इस दूध में कैल्शियम बहुत होता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा है। एक रिसर्च से पता चला है कि गधी का दूध मानव मेटाबॉलिक प्रणाली पर बहुत कम दबाव डालता है।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/8606984.cms
वैज्ञानिक मानते हैं कि गधी का दूध पाने से न सिर्फ वजन असरकारी ढंग से कम होता है बल्कि यह हमारे दिल की रक्षा करने में भी मदद करता है। महारानी विक्टोरिया के समय में गधी के दूध का बहुत इस्तेमाल होता था। इसका कारण यह है कि इसमें फैट का मात्रा कम होती है और गाय के दूध की तुलना में इसमें पोषक तत्वों की संख्या काफी अधिक होती है।
नए रिसर्च ने इस पुरानी मान्यता की पुष्टि कर दी है कि गधी का दूध कई मायनों में गाय और बकरी के दूध से भी अच्छा होता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि गधी का दूध दिल के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 और छह प्रकार के फैटी एसिड पाए जाते हैं। ओमेगा-3 और फैटी एसिड शरीर में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करते हैं।
गुणों के आधार पर गधी का दूध इंसानी दूध जैसा ही होता है। इसलिए जिन बच्चों को सामान्य डेयरी प्रॉडक्टों से एलर्जी होती है, उन्हें गधी के दूध से बनी चीजें दी जा सकती हैं। इस दूध में कैल्शियम बहुत होता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा है। एक रिसर्च से पता चला है कि गधी का दूध मानव मेटाबॉलिक प्रणाली पर बहुत कम दबाव डालता है।
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