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का विरोध करने वालों को समझ नही आएगा कि इस तरह की फिल्मे अमिताभ सरीखे
कलाकार की जिम्मेदारी थी मगर वो तो खुद इस कदर पाखंडों में उलझे रह गये कि
अपनी ही बहू का ब्याह केले के पेड़ से कराते दिखे और समाज में पाखंड फैलाने
में बड़ा योगदान दिया,फिर भी एक पाखंडी महानायक बन बैठा।।
पेड़ से शादी रचाने पर ऐश्वर्य के खिलाफ शिकायत दर्ज
Updated Feb 02, 2007 at 13:13 pm IST |
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इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
मुम्बई। हिन्दी फिल्म जगत की मशहूर अदाकार ऐश्वर्य राय द्वारा कुंडली दोष निवारण के लिए पेड़ से शादी रचाए जाने के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दर्ज की गई है।
अधिवक्ता श्रुति सिंह ने इस सप्ताह की शुरुआत में याचिका दायर करते हुए कहा है कि ऐसे धार्मिक अनुष्ठान अस्पृश्यता को बढ़ावा देते हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने यह याचिका इस तरह की प्रथा को रोकने के लिए दायर की है, जैसा अमिताभ बच्चन द्वारा अपनी होनेवाली बहू ऐश्वर्य राय के लिए की गई है। यह संविधान के 17वें अनुच्छेद का उल्लंघन है, जिसमें अस्पृश्यता के निषेध की बात कही गई है। यह आधारभूत मानवीय अधिकारों का भी हनन है”।
गौरतलब है कि ऐश्वर्य मांगलिक हैं और किसी मांगलिक के बारे में ऐसा माना जाता है कि उसकी शादी के बाद उसके दामपत्य जीवन पर विपरीत असर पड़ता है। इन नकारात्मक प्रभावों को समाप्त करने के उद्देश्य से ही बच्चन परिवार द्वारा ऐश्वर्य के लिए धार्मिक अनुष्ठान आयोजित कराए गए थे।
उल्लेखनीय है कि इस दोष निवारण के लिए अभिनेत्री ने बनारस में एक पीपल के पेड़ के साथ और बंगलूरू के एक मंदिर में केले के पेड़ के साथ तथा अयोध्या में भगवान की एक मूर्ति के साथ ब्याह रचाया था।
श्रुति के अनुसार ऐश्वर्य का अभिषेक (जो मांगलिक नहीं हैं) के साथ शादी से पहले पेड़ों और भगवान की मूर्ति के साथ ब्याह रचाना अस्पृश्यता को बढ़ावा देने जैसा है।
श्रुति महिला अधिकार कार्यकर्ता भी हैं। आईएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “सामाजिक स्थानों पर ऐश्वर्य, अमिताभ और अभिषेक द्वारा किया गया इस तरह का धार्मिक अनुष्ठान केवल वहम और अंधविश्वास को बढ़ावा देने की तरह है”।
उन्होंने अपनी याचिका में अदालत से निवेदन किया है कि वे राज्य सरकार और बिहार राज्य धार्मिक ट्र्स्ट बोर्ड को किसी मांगलिक का विवाह सबसे पहले पेड़ से करवाने जैसी रीति पर रोक लगाने का निर्देश दें।
उन्होंने बिहार के कुछ मंदिरों में होनेवाली इस तरह की शादियों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की हैं, जिसमें पटना का शीतला मंदिर, फतुहा के पास बैकटपुर मंदिर तथा देवघर का शिवजी मंदिर आदि शामिल है।
कार्यकर्ता ने इस तरह के अंधविश्वास के साथ ऐश्वर्य की शादी रचाने को लेकर बच्चन परिवार द्वारा जनता से माफी की भी मांग रखी है।
श्रुति ने यह भी कहा कि इस तरह के रीति-रिवाजों को बढ़ावा देने के लिए बच्चन और उनकी पत्नी जया बच्चन तथा समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह के खिलाफ याचिका दायर की जानी चाहिए।