Friday, March 8, 2013

बलात्कारियों के मन में जो एक नाम खौफ पैदा करता है वह फूलन देवी का ही है.


बलात्कारियों से जैसा बदला लेने की कल्पना ढेर सारे लोग कर रहे हैं (जो सही है या गलत यह बहस का विषय है), उसे मूर्त रूप देने वाली फूलन देवी उनकी नायिका नहीं हैं. जबकि दुनिया की सबसे बड़ी पत्रिका TIME मैगजीन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च, 2011) पर उन्हें विश्व इतिहास की श्रेष्ठ विद्रोहिणियों की लिस्ट में चौथे नंबर पर रखा है. 16 महिलाओं की इस लिस्ट में नोबेल विजेता आंग सान सूकी से लेकर जॉन ऑफ आर्क तक शामिल हैं. मैगजीन ने जारी लिस्ट में फूलन देवी के बारे में लिखा है,
उन्हें भारतीय गरीबों के संघर्ष को आवाज देने वाली और इंसाफ की देवी कहलाने योग्य व इस आधुनिक राष्ट्र के सबसे दुर्दांत अपराधियों के रूप में भी याद किया जाएगा
1963
में जालौन जिले के कालपी क्षेत्र के शेखपुर गुढ़ागांव में जन्मी फूलन देवी पर बचपन से ही अत्याचार होते रहे लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. 11 साल की उम्र में फूलन देवी का विवाह कर दिया गया, उसके बाद कुछ दबंगों ने बेहमई गांव में फूलन देवी को निर्वस्त्र कर सबके सामने घुमाया और उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया.
इस अत्याचार और घिनौने कृत्य के बाद फूलन देवी ने चंबल का रास्ता पकड़ लिया और बदले की आगमें झुलसते हुए 1981 में अपने साथी डकैतों की मदद से ऊंची जातियों के गांव में 20 से अधिक लोगों की हत्या कर दी. फूलन देवी अत्याचार, प्रतिशोध और विद्रोह की एक अनोखी दास्तां हैं.
फूलन देवी को इंसाफ की देवी और गरीबों के हितों के लिए संघर्ष करने वाली बता कर टाइम मैगजीन ने एक नयी बहस को जन्म दिया है विदेशियों की समझ भारत के बारे में कितनी गलत है. है कि नहीं? समझते ही नहीं हैं.



16 of History's Most Rebellious Women

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Women Revolutionaries

Phoolan Devi, India
Phoolan Devi, the "Bandit Queen," is remembered as both a champion of India's poor and one of the modern nation's most infamous outlaws. Following an early, nonconsensual marriage and several sexual abductions, Devi began a streak of violent robberies across northern and central India, targeting upper castes. In 1981 she led her gang of bandits to massacre more than 20 men in the high-caste village where her former lover was killed. Devi negotiated her sentence with the Indian government to 11 years in jail. Within two years of her release, she was elected to Parliament. While some say she did little to improve the lower castes' plight during her two terms in office, her opposition to the caste system made Devi a symbol for the rights of the poor and the oppressed. —Zoe Fox

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