Saturday, April 23, 2011

प्रति ओबीसी को केंद्र सरकार से पिछले बजट में साल के 8 रुपए से भी कम मिले थे। और क्या आसमान के तारे दे दें?


दिलीप मंडल

ओबीसी को इस साल के  बजट से क्या मिलेगा, इसकी बातचीत करने से पहले यह जान लें कि पिछले साल बजट से ओबीसी को क्या मिला था। केंद्र की ओबोसी के लिए तीन योजनाएं हें, जिन पर सालाना खर्च इस तरह है: 

  1. प्रि मैट्रिक स्कॉलरशिप- 50 करोड़ रु
  2. पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप-350 करोड़ रु
  3. ओबोसी हॉस्टल- 45 करोड़
ओबीसी के लिए योजनाओं पर कुल खर्च – 445 करोड़ रुपए
  1. ओबीसी फाइनांस कमीशन के जरिए लोन (31 दिसंबर, 2010 तक)-106 करोड़

117 करोड़ की देश की अनुमानित आबादी में अगर कम से कम 52 परसेंट ओबीसी हैं तो देश में कुल 60 करोड़ ओबीसी आबादी है।
इस लिहाज से

केंद्र सरकार का ओबीसी के लिए प्रति व्यक्ति सालाना खर्च हुआ – 7 रुपए 41 पैसे।

और साल के 9 महीनों में ओबोसी को प्रति व्यक्ति सरकारी कर्ज मिला- 1 रुपए 76 पैसे।

और आप कहते हैं कि सरकार ओबीसी के लिए कुछ भी नहीं करती। दलितों और आदिवासियों ने लड़कर इससे कई गुना ज्यादा हासिल कर लिया है।


स्रोत: भारत सरकार द्वारा 25 फरवरी, 2010 को संसद में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2010-2011, पेज-321  

देखें ऑरिजनल टेक्स्ट:

The Government provides Central Assistance
to State Governments /UT Administrations for
educational development of OBCs. During 2010-11,
the Scheme of Pre-Matric Scholarships for OBC,
proposes to provide scholarships to 14 lakh OBC
students. An amount of ` 38.17 crore was released
against an allocation of ` 50 crore to State
Governments/UT Administrations up to December,
2010 during the year 2010-11. Under the Scheme of
Post-Matric Scholarships for OBCs, it is proposed
to provide scholarships to 15 lakh OBC students.
An amount of ` 238.78 crore was released to State
Governments/UT Administrations up to December
2010 against an allocation of ` 350 crore during the
financial year 2010-11. In order to provide hostel
facilities to OBC students studying in middle and
secondary schools, colleges, and universities to
enable them to pursue higher studies, an amount of
` 7.83 crore was released up to December 2010
against an allocation of ` 45 crore for 5000 additional
hostel seats. During 2010-11, the National Backward
Class Finance and Development Corporation
(NBCFDC) has given concessional loans amounting
to ` 106 crore to 80,660 beneficiaries as on 31
December 2010.

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