Saturday, June 9, 2012

आधुनिक भारत के राष्ट्रपिता Bhimrao Ambedkar : कोलंबिया यूनिवर्सिटी

अमेरिकियों ने बोल दिया है, तो यह कहने कि हिम्मत भी नहीं कि गलत है. क्या अजीब मुसीबत है?: )


जब से कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने डॉ. आंबेडकर को आधुनिक भारत का राष्ट्रपिता (Founding Father, modern India) बताया है, तब से कुछ दिलों के जलने की गंध आ रही है. कोई बात नहीं, होता है. अब इन अमेरिकियों को जातिवाद कैसे सिखाया जाए. भारी मुसीबत है. Founding Father अगर आंबेडकर हैं तो बाकी किसी के लिए गुंजाइश कहां है? इसलिए भारत में ही एक poll कराया जा रहा है कि गांधी के बाद सबसे महान कौन?



              “An idea needs propagation as much as a plant needs watering.”

                                                                                    
 Bhimrao Ambedkar (1891–1956)
 Founding Father, modern India
 MA 1915, PhD 1927
 LLD 1952 (hon.)


Ambedkar received a scholarship to Columbia from the Maharajah of Baroda. He earned his MA in 1915 and then obtained a DSc at the London School of Economics before being awarded his Columbia PhD in 1927. In 1952, Columbia presented him with an honorary doctorate for his service as "a great social reformer and a valiant upholder of human rights." In 1995, a bronze bust of Ambedkar was donated to Lehman Library by the Federation of Ambedkarite and Buddhist Organizations of the United Kingdom.


At Columbia, Ambedkar studied under John Dewey, who inspired many of his ideas about equality and social justice. Ambedkar later recounted that at Columbia he experienced social equality for the first time. "The best friends I have had in my life," he told the New York Times in 1930, "were some of my classmates at Columbia and my great professors, John Dewey, James Shotwell, Edwin Seligman, and James Harvey Robinson."


http://c250.columbia.edu/c250_celebrates/remarkable_columbians/bhimrao_ambedkar.html



5 comments:

  1. देश के अधिकांश जनसंख्या वाले मूलनिवासियों की स्वतंत्रता की लड़ाई तो महात्मा फुले और अंबेडकर ने ही लड़ी है. इनके अतिरिक्त कोई दूसरा राष्ट्रपिता कैसे हो सकता है.

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  2. Bhushan ji mai aapke baat se sahmat hu, aur sahime hame Dr. Babasaheb ko hi rashtrapita kahna chahiye.

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  3. पहले इस भारत के पाखण्डियो को इस बात को मनवा लिजिये कि जिस नीति रीति पर ये देश चल रहा है बाबा साहब सम्विधान बनाते वक्त कभी नही सोचा था उन्होने तो भारत को सम्पूर्ण गणराज्य होने की वकालत की है सामाजिक आर्थिक समानता और बन्धुत्व को ही अपना प्रमुख धेय बनाया सबसे पहले किसी ने समानता की बात भारत मे की तो वे थे डा भीम राव अम्बेडकर और कोई बतादे कि इस देश मे किसी ने गैर बराबरी जातिवाद छुआछुत जो राष्ट्र को कलन्कित किये हुये है को समूल रूप से खतम करने की बात कही हो हा हा बताइये दिमाग लगाइये और बोल डालिये दुसरा कौन ? जब दुसरा कोई नही तो इस देश को आधुनिक भारत बनाने का सपना किसका था जिसमे ऊच नीच जात पात धर्म वाद का अन्श भी ना दिखाई दे सब्न अपने कर्मो से अपना स्थान अर्जित करे ! अब मान गये ना कि अमेरिका के विश्व स्तरीय दर्जा प्राप्त कोलम्बिया युनिवर्सिटी ने बाबा साहब को आधुनिक भारत का निर्माता (Founding Father of modern India) कहा तो एक सम्माननीय कार्य किया! जो कार्य भारत के क्रितघ्न कर्ताओ ने नही कह सका वो बात अमेरिका ने कह के एक क्रान्ती ला दी अमेरिका के इस योग्दान को नही भुलाना कभी !

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  4. गांधी तो सबसे बडा फ्रोड था वो राष्ट्रपिता तो पाकिस्तान का था.

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  5. महात्मा गांधी और नेहरू ने पहले प्लान बना लिया था की गांधी सबका बाप बनेगा और नेहरू सबका चाचा ................................नेहरू तो सभी माताओ का देवर बन गया और गांधी सबका खसम

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