http://www.bhaskar.com/article/NAT-agnivesh-on-team-anna-2385612.html?HT3
नई दिल्ली. जनलोकपाल के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का अनशन भले ही खत्म हो गया और संसद ने उनकी मांगें मानते हुए प्रस्ताव पेश कर दिया है। लेकिन अन्ना के इस आंदोलन में रुकावट डालने की साजिश की खबर आ रही है। विभिन्न चैनलों पर चल रही खबर और यूट्यूब पर अपलोड एक वीडियो के मुताबिक अन्ना के अनशन के दौरान टीम अन्ना के सदस्य माने जा रहे स्वामी अग्निवेश ने कथित तौर पर सरकार के एक मंत्री से फोन पर बात की और अन्ना के बारे में अनाप शनाप टिप्पणी की।
सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मशहूर स्वामी अग्निवेश की इस बातचीत का वीडियो रिकार्ड किया है 'जनतंत्र डॉट कॉम' ने जिसे यू ट्यूब पर लोड किया गया है। इस बातचीत के दौरान इस लाइन को लेकर शक की सुई अग्निवेश की तरफ घूमती है जिसमें अग्निवेश को मोबाइल पर किसी से यह कहते हुए दिखाया गया है, ‘बहुत जरूरी है कपिल जी, नहीं तो ये पागल होते जा रहे हैं जैसे हाथी।’
सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मशहूर स्वामी अग्निवेश की इस बातचीत का वीडियो रिकार्ड किया है 'जनतंत्र डॉट कॉम' ने जिसे यू ट्यूब पर लोड किया गया है। इस बातचीत के दौरान इस लाइन को लेकर शक की सुई अग्निवेश की तरफ घूमती है जिसमें अग्निवेश को मोबाइल पर किसी से यह कहते हुए दिखाया गया है, ‘बहुत जरूरी है कपिल जी, नहीं तो ये पागल होते जा रहे हैं जैसे हाथी।’
अग्निवेश ने कहा, ‘ये तो पागल हो रहे हैं, जैसे हाथी हों।’ लेकिन अग्निवेश ने कहा है कि यह वीडियो फुटेज को छेड़छाड़ कर तैयार किया गया है। यह उनके खिलाफ दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जिस कपिल से बात हुई वे केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल नहीं थे। उनके मुताबिक, उन्होंने कपिल महाराज से बात की। लेकिन हरिद्वार में कपिल महाराज ने स्वामी अग्निवेश से किसी भी तरह की बातचीत से इनकार किया है।
इसमें अग्निवेश एक जगह यह कहते दिखाई देते हैं, ''...पूरी पार्लियामेंट ने जब खड़े होकर अनशन तोड़ने की अपील की तो अन्ना को तभी अनशन तोड़ देना था।'' इस वीडियो में सुनाई दे रही आवाज के मुताबिक अग्निवेश कहते हैं कि वे बहुत शर्मिंदा हैं कि केंद्र सरकार आखिर इतनी कमजोर क्यों दिखाई पड़ रही है। यही नहीं, अग्निवेश बातचीत के दौरान कपिल को इशारे से यह भी सलाह दे रहे हैं कि केंद्र सरकार अन्ना के आगे कतई झुके नहीं।
इसमें अग्निवेश एक जगह यह कहते दिखाई देते हैं, ''...पूरी पार्लियामेंट ने जब खड़े होकर अनशन तोड़ने की अपील की तो अन्ना को तभी अनशन तोड़ देना था।'' इस वीडियो में सुनाई दे रही आवाज के मुताबिक अग्निवेश कहते हैं कि वे बहुत शर्मिंदा हैं कि केंद्र सरकार आखिर इतनी कमजोर क्यों दिखाई पड़ रही है। यही नहीं, अग्निवेश बातचीत के दौरान कपिल को इशारे से यह भी सलाह दे रहे हैं कि केंद्र सरकार अन्ना के आगे कतई झुके नहीं।
टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने आरोप लगाया कि अग्निवेश को रंगे हाथों पकड़ा गया है। यह महाराज कौन है? क्या ये कपिल सिब्बल हैं? बेदी ने आरोप लगाया कि अग्निवेश ने टीम अन्ना को तोडऩे का प्रयास किया था। वे ही इसका जवाब दे सकते हैं। हमें कोई संदेह नहीं है। उन्हें यह बताना चाहिए कि वे किससे बात कर रहे थे।
इस बारे में अग्निवेश का कहना है कि यह झूठ है। उनके मुताबिक, ‘यहकट एंड पेस्ट’ वाला काम है। मेरे कई मित्र हैं, जिनका नाम कपिल है। मैंने कभी राजनेताओं को महाराज कहकर संबोधित नहीं किया। एक निजी चैनल से उन्होंने यहां तक कहा कि वे एक मुनिजी से बात कर रहे थे, जिनका नाम कपिल है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अन्ना के लिए पागल, हाथी या ऐसे किसी शब्द की कल्पना भी नहीं कर सकते। वह एक निजी और अनौपचारिक बातचीत थी, लेकिन उनका मूल स्टैंड उस बातचीत में भी वही था, जो वे टीवी चैनलों पर लगातार दोहराते रहे हैं। वह स्टैंड यह था कि संसद की अपील के बाद ही अन्ना को अनशन तोड़ देना चाहिए था।
गौरतलब है कि हाल में स्वामी अग्निवेश ने अन्ना के अनशन को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि वह आमरण अनशन के खिलाफ हैं।
आपकी बात
स्वामी अग्निवेश की बातचीत से जुड़े इस वीडियो पर आपकी क्या राय है? क्या इसमें सच्चाई हो सकती है या फिर टीम अन्ना में फूट डालने की साजिश? अग्निवेश की बातें सुनकर क्या यह कहा जा सकता है कि वह अन्ना के साथ कम, सरकार के साथ ज्यादा हैं। अपनी बात नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।
अन्ना का ऐलान- अनशन छोड़ा, लड़ाई नहीं, अब राइट टू रिकॉल की बारी
गौरतलब है कि हाल में स्वामी अग्निवेश ने अन्ना के अनशन को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि वह आमरण अनशन के खिलाफ हैं।
आपकी बात
स्वामी अग्निवेश की बातचीत से जुड़े इस वीडियो पर आपकी क्या राय है? क्या इसमें सच्चाई हो सकती है या फिर टीम अन्ना में फूट डालने की साजिश? अग्निवेश की बातें सुनकर क्या यह कहा जा सकता है कि वह अन्ना के साथ कम, सरकार के साथ ज्यादा हैं। अपनी बात नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।
अन्ना का ऐलान- अनशन छोड़ा, लड़ाई नहीं, अब राइट टू रिकॉल की बारी
एक चैनल पर बोलते हुए अग्नवेश ने इस वीडियो में अपने होने को नकारा नहीं. यह उनकी सत्यवादिता है. उनका काँग्रेस के साथ होना बुरा नहीं लगता. उनके राजनीतिक संबंध हो सकते हैं. मिलते तो वे प्रणव मुखर्जी से भी रहे हैं लेकिन वह संदर्भ सहित सामने नहीं आया. संदेह किया जा सकता है कि वे ब्राह्मणीकल चालों का हिस्सा तो नहीं है?
ReplyDeleteइस ब्लॉग पर कुछ और जानकारी है- http://veerubhai1947.blogspot.com/2011/08/blog-post_9119.html
ReplyDeleteअरे पता नहीं ऐसे कितने टेप होंगे, पर क्या बिगाड लेगा कोई उनका? अमरनाथ पर बोला तो सिर्फ़ एक थप्पड ही तो लगा था।
ReplyDelete