Thursday, August 25, 2011

अग्निवेश टीम अन्ना से अलग हुए



टीम के साथ स्वामी अग्निवेश
अभी टीम अन्ना की ओर से स्वामी अग्निवेश के अलग होने पर कोई ख़बर नहीं आई है
टीम अन्ना के एक प्रमुख सदस्य स्वामी अग्निवेश ने कुछ मतभेदों की वजह के बाद अपने आपको टीम की गतिविधियों से अपने आपको अलग कर लिया है.
बीबीसी से हुई बातचीत में उन्होंने कहा है कि चूंकि अन्ना हज़ारे अपना अनशन ख़त्म नहीं कर रहे हैं और उन्होंने ड्रिप लेने से इनकार कर दिया है इसलिए वे अपने आपको अलग कर रहे हैं क्योंकि सिद्धांतों के अनुसार वे आमरण अनशन के साथ ख़ड़े नहीं रह सकते.
वैसे उन्होंने अपने कुछ मित्रों से ये भी कहा है कि अन्ना हज़ारे का आंदोलन सामाजिक न्याय से सहमत नहीं है इसलिए वे अपने आपको इससे अलग कर रहे हैं.
हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि टीम अन्ना में कोई दरार पड़ गई है. उनका कहना है कि 'सदस्यों के बीच छोटी-मोटी बातों को लेकर मतभेद हैं लेकिन इसे दरार नहीं कहा जाना चाहिए क्योंकि इस समय आंदोलन अच्छा चल रहा है'.

अन्ना का रवैया

अन्ना कह रहे हैं कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन रहे हैं, वे सरकार से कह रहे हैं कि जनता की आवाज़ सुनो और ख़ुद जनता की आवाज़ सुनने की जगह अंतरात्मा की आवाज़ सुन रहे हैं
स्वामी अग्निवेश
स्वामी अग्निवेश का कहना है कि पहले ये सहमति बनी थी कि अगर सरकार ये मान जाती है कि जन लोकपाल बिल को कुछ संशोधनों से साथ संसद में पेश कर दिया जाए तो उतने पर अन्ना को अपना अनशन समाप्त कर देना चाहिए.
उनका कहना है कि अन्ना अब कह रहे हैं कि वे तब तक अपना अनशन जारी रखेंगे जब तक सरकार बिल पारित नहीं कर देती.
स्वामी अग्निवेश का कहना है, "उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है लेकिन उन्होंने ड्रिप लेने से भी इनकार कर दिया है. वो एक रास्ता था जिससे अनशन भी चलता रहता और स्वास्थ्य भी संभल जाता."
उन्होंने कहा, "अन्ना ने अपने समर्थकों से कहा कि अगर पुलिस पकड़ने के लिए आए तो रास्ता बंद कर देना, मुझे ले जाने मत देना. ये तो अन्ना के भी सिद्धांतों के ख़िलाफ़ है."
उनका कहना है कि अन्ना ने पहले कहा था अगर पुलिस गिरफ़्तार करने आएगी तो वे प्रतिरोध नहीं करेंगे.
पहले अनशन से ही टीम अन्ना के सदस्य रहे स्वामी अग्निवेश ने बीबीसी से कहा है कि उन्होंने आरंभ में ही कह दिया था कि वे आमरण अनशन के पक्ष में नहीं हैं और अब चूंकि परिस्थितियाँ प्रतिकूल हैं इसलिए वे अलग हो रहे हैं.
उनका कहना था, "अन्ना कह रहे हैं कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन रहे हैं, वे सरकार से कह रहे हैं कि जनता की आवाज़ सुनो और ख़ुद जनता की आवाज़ सुनने की जगह अंतरात्मा की आवाज़ सुन रहे हैं."
हालांकि कुछ लोगों से उन्होंने कहा है कि वे सामाजिक न्याय के मुद्दे पर अलग हो रहे हैं.
उनका कहना था कि उन्होंने सामाजिक न्याय के मुद्दे पर सभी को सहमत करने की कोशिश की लेकिन वे अलग-थलग पड़े रहे और इसलिए वे टीम से अलग हो
http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2011/08/110824_agnivesh_separated_vv.shtml

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