tag:blogger.com,1999:blog-8385413891488081512.post2569658733469962400..comments2024-03-28T04:46:10.073-07:00Comments on कड़वी बाते , लेकिन सच्ची बाते : योग अगर हेल्थ की बात है तो योग पढ़ाते समय आत्मा-परमात्मा की बात क्या मनोरंजन के लिए होती है?Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/04622328312114544967noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8385413891488081512.post-84070192152825673512017-03-07T00:39:05.791-08:002017-03-07T00:39:05.791-08:00नव्बोद्ध अक्सर ये प्रचार करते है कि ध्यान नामक पद्...नव्बोद्ध अक्सर ये प्रचार करते है कि ध्यान नामक पद्धति बोद्धो ने वैदिक धर्मियों को दी थी | ओर बोद्धो से ध्यान सनातन मत में गया | लेकिन ये लोग यह बात भूल जाते है कि सिद्धार्थ गौतम की ही जीवनी में उन्होने सनातनी गुरुओ से ही ओर सन्यासियों से वन में योग विद्या सीखी थी ओर जंगल में जा कर सिद्धार्थ ने ध्यान किया यह बात सभी मानते है यदि वो स्वयम ही आविष्कारक होता तो उसे पूर्व निश्चय केसे हुआ की जंगल में ध्यान करने जाऊँगा ? इससे स्पष्ट है कि ध्यान सिद्धार्थ से पूर्व था इसलिए उसने पहले ही ध्यान करने का निश्चय ही किया था | अब आते है पतंजली ने क्या बोद्धो से योग विद्या सीखी ? इस भ्रम का कारण है कि ये लोग योग सूत्रकार पतंजली ओर महाभाष्यकार पतंजली को एक ही समझ बेठे है जबकि महाभाष्यकार पतंजली शंकु कालीन थे ओर योगसूत्र कार महाभारत के समय के या इसके पूर्व के है | यदि महाभाष्यकार ओर योग सूत्रकार को एक मानने पर निम्न समस्या आती है जिसका समाधान कोई भी नवबोद्ध नही कर सकते है वो यह की पतंजली योगसूत्र पर बादरायण व्यास का भाष्य है | ओर बादरायण व्यास महाभारत वाले व्यास कृष्णद्वेपायान है | यदि पतंजली को शंकु वंश वाला पतंजली माना जाए तो यह कैसे सम्भव है कि महाभारत काल का व्यक्ति शंकु काल में भाष्य लिख जाए | इससे स्पष्ट है कि पतंजली व्यास से भी पूर्व के है | ओर व्यास बुद्ध से पूर्व इस प्रमाण से सिद्ध है की सनातन धर्म में ध्यान –योग बोद्ध मत से भी पूर्व था | ये बात योग दर्शन की हुई लेकिन वेद , उपनिषद , ओर सांख्य ,न्याय दर्शन बोद्ध दर्शन ओर बुद्ध से पूर्व के है ओर न्याय दर्शन सांख्य दर्शन बुद्ध से पुराना है इसे कई बोद्ध विद्वान ओर डाक्टर अम्बेडकर भी मानते है उनकी पुस्तक बुद्धा एंड हिज धम्म के बुद्ध ओर उनके पूर्वज नामक अध्याय में देख सकते है |<br />Anonymousnoreply@blogger.com